हरीश वर्मा ऑफिस में एकाउण्टेन्ट थे जहाँ से उन्हें सत्तर हज़ार रुपये प्रतिमाह तनख्वाह मिलती थी। उन्हीं के बगल में एक ठेले पर धंधा करने वाला फेरीवेला श्यामलाल भी रहता था। आज हरीश नौ बजे ऑफिस गए थे और ...
हरीश वर्मा ऑफिस में एकाउण्टेन्ट थे जहाँ से उन्हें सत्तर हज़ार रुपये प्रतिमाह तनख्वाह मिलती थी। उन्हीं के बगल में एक ठेले पर धंधा करने वाला फेरीवेला श्यामलाल भी रहता था। आज हरीश नौ बजे ऑफिस गए थे और ...