उस्मान भाई का बड़ा रसूख चल रहा था उस वक़्त मुम्बई में। उसके कहने से ही अच्छे अच्छे बिजनेसमैन अपनी जेब ढीली करके नोटो की बारिश करने लगते थे। उसने अपने area के आजु बाजू के जितने भी पंटर उड़ते थे सबकी ...
कथाकार, जो कि देवभूमि उत्तराखंड से अपनी जादुई कहानियों का पिटारा ले कर आया है....
अगर आप डरावनी कहानी पढ़ने के शौक़ीन है तो मेरी कहानी अमावस, चेतावनी, रात के मुसाफिर इत्यादि पढ़े.
सारांश
कथाकार, जो कि देवभूमि उत्तराखंड से अपनी जादुई कहानियों का पिटारा ले कर आया है....
अगर आप डरावनी कहानी पढ़ने के शौक़ीन है तो मेरी कहानी अमावस, चेतावनी, रात के मुसाफिर इत्यादि पढ़े.
समीक्षा
आपकी रेटिंग
रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
आपकी रेटिंग
रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
आपकी रचना शेयर करें
बधाई हो! धंदे का उसूल प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।