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देश हमारा, भारत प्यारा(कविता)

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देश हमारा, भारत प्यारा सब देशों से, न्यारा है। यहां ऋषि मुनियों ने मिलकर अपना पांव पसारा है। इसकी सेवा में बहती, गंगा यमुना की धारा है। इसके चरणो को पखारता जल हिंद हमारा है। इसका मान बढायेंगें हम ...

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Abhinab Kumar
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