देखी सारी दुनिया और अपना घर देखा नहीं। ज़िन्दगी ने उस मोड़ पर ला दिया था उसे, उसने मुड़के जिंदगी को फिर कभी देखा नहीं । सांस लेने भर को तुम,' जिंदा ' अगर नहीं मानते, ...
देखी सारी दुनिया और अपना घर देखा नहीं। ज़िन्दगी ने उस मोड़ पर ला दिया था उसे, उसने मुड़के जिंदगी को फिर कभी देखा नहीं । सांस लेने भर को तुम,' जिंदा ' अगर नहीं मानते, ...