《सुप्रभात SUPRABHAT〙 हमें बिमारी में दवाईयां लेनी पड़ती है, दवाईयां किसी न किसी रसायन से बनीं हुईं होती है। कोई रसायन मिठा तो कोई कड़वा, तुरा या खट्टा भी होता है। बेस्वाद, कड़वी दवाई की गोलियाँ निगली ...
वैसे तो हम निवृत्ति का आनंद ले रहे है लेकिन सच्चा आनंद हमें पढने मे आता है। दिन कैसे गुजर जाता है, खफा होते नहीं है तो कभी कभी जंगल पहाड़ों पर सैर करने चले जाते है। कानों में ईयरफोन लगाकर ओडियेबल कहानियां सुनते हुए प्रकृति के नजारे करना बहुत ही पसंदीदा शौक है। ऐसा हुं - शैलेष पटेल, आणंद [email protected]
सारांश
वैसे तो हम निवृत्ति का आनंद ले रहे है लेकिन सच्चा आनंद हमें पढने मे आता है। दिन कैसे गुजर जाता है, खफा होते नहीं है तो कभी कभी जंगल पहाड़ों पर सैर करने चले जाते है। कानों में ईयरफोन लगाकर ओडियेबल कहानियां सुनते हुए प्रकृति के नजारे करना बहुत ही पसंदीदा शौक है। ऐसा हुं - शैलेष पटेल, आणंद [email protected]
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