चुन चुन तिनके लाई चिरैया पर कितने फड़फड़ाई चिरैया खुले से आकाश के तले धूप सी वो सारे दिन जले यूँ ही रोज़ चिलचिलाई चिरैया पर कितने फड़फड़ाई चिरैया हो सुदर्शन सा भी बवंडर उम्मीदें पर सजा चौंच भर ...
चुन चुन तिनके लाई चिरैया पर कितने फड़फड़ाई चिरैया खुले से आकाश के तले धूप सी वो सारे दिन जले यूँ ही रोज़ चिलचिलाई चिरैया पर कितने फड़फड़ाई चिरैया हो सुदर्शन सा भी बवंडर उम्मीदें पर सजा चौंच भर ...