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((चोटिल हिंदुस्तान))

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((चोटिल हिंदुस्तान)) *हर सूना शहर कहता फिर रहा है,हवायों में है ज़हर कहता फिर रहा है.* *सब बंद है पक्के पिंजरों में,ऊँचे महल का शिखर ज़मीं से कहता फिर रहा है।* *खो गए रौनक़ी बाजार ...