pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

चिंता चिता समान

327

चिंता चिता समान होती है" पुरानी लोकोक्ति इसका उस समय कहने का तात्पर्य था चिंता मत करो। मेरे विचार से वर्तमान समाज और परिस्थितियों के सापेक्ष ये लोकोक्ति निरर्थक हो चुकी। पुराने जमाने के समय यहाँ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

Facebook-abhijeetsinghyadav1 Instagram-poetholicabhijeet

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है