‘हाय डैड......’ अन्दर घुसते ही समीर बहुत उत्साह से उनकी ओर देख कर चिल्लाया और पास आकर उन्हें ‘हग’ कर लिया ... ‘हाउ आर यू ....?’ वह उनके ठीक सामने खड़ा है ...उनके कद से ऊँचा ..बलिष्ट ..उनका अपना खून ...उनके बरसों की मेहनत का ख्वाब ..अपने साकार रूप में ..अपने खून की महक ..अपने दिये संस्कारों और आदतों की महक ,उस परफ्यूम की ...जिसके बीते दिनों वे आदी थे जब वह उनके साथ रहता था ...उसके नज़दीक आते ही पूरा का पूरा अतीत आकर उनसे लिपट गया ....कसकर अपने से चिपका लेने की ख्वाहिश के बावजूद एक गहरी सांस लेते ...