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छिद्रान्वेषण

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छिद्रान्वेषण नियति बचा ले आबरू, जगती है बीमार छिद्रान्वेषक घूमते, गली-गली घर-द्वार। अपनी कमी न देखते, करते सबकी खोज नैतिकता लकवाग्रसित, पंगु प्रीत रति ओज। वस्त्राभूषण मद्यपी, वैभवशाली लोभ सच्चाई ...

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Dr. Maniram Verma
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