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चरित्र पर दाग लगा कर छोड़ देते हैं

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जब खुद से औरत कि वफ़ा संभाली नहीं जाती जब खुद से खुद्दारी निभाई नहीं जाती जब अपने अंदर उसका विश्वास विरोध करने लगता है तब औरत को दागदार बना कर छोड़ देते हैं लोग इसमें औरत कि वफ़ा नजर नहीं आती बस ...

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गुम नाम

अब अपने बारे में क्या बताऊं दोस्तो, जो तुम समझो तो गहरे जज़्बात हू मैं जो ना समझो तो कोरे अल्फ़ाज़ हूं मैं अगर कुछ ना समझे तो गुमनाम हूं मै

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