प्रथम प्रणाम करूँ उसको जो सबका पालन करती है। दूजा शीश धरूँ चरणों में जो आँचल में रखती है।। प्रणाम तीसरा तन-मन-धन से उन चरणों में करता हूँ। जिनके परमाशीर्वाद से कलम पकड़ में लिखता हूँ।। ऊर्जावान बनाने ...
प्रथम प्रणाम करूँ उसको जो सबका पालन करती है। दूजा शीश धरूँ चरणों में जो आँचल में रखती है।। प्रणाम तीसरा तन-मन-धन से उन चरणों में करता हूँ। जिनके परमाशीर्वाद से कलम पकड़ में लिखता हूँ।। ऊर्जावान बनाने ...