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चांद सितारे बादल प्यारे शाम सवेरा एक तरफ। सारी दुनिया एक तरफ है उसका चेहरा एक तरफ।

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चांद सितारे बादल प्यारे शाम सवेरा एक तरफ। सारी दुनिया एक तरफ है उसका चेहरा एक तरफ। मुझ से अगर वह रूठ भी जाए तब भी प्यारी लगती है। प्यार से उसका माथा चूमूं,उसका झगड़ा एक तरफ। जिस पर उसने उंगली रख ...

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लेखक के बारे में
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Dr.SAGHEER AHMAD SIDDIQUI

Academic resource person tejwapur

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