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चंचरी वर्णिक छंद

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चंचरी वर्णिक छंद २१२  ११२  १२,  १  १२१   २११   २१२ याचिका यह द्वार पे, सुख नेह का उपहार दो। जिंदगी रस से परे, प्रभु प्रीत की रसधार दो । कृष्ण से नयना जुड़े, अब प्रीत की मन कामना । रास हो ...

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