"भईया, ई बंगाली दा के पान दुकान से एक ठो पान बंधवा लिए थे आपके लिए।" लुंगी और छींटदार हाफ शर्ट में सामने खड़े पक्कू दास को देखकर वीरेंद्र ओझा चौंक गया। "अरे, पक्कू आओ आओ... कैसे रास्ता भूले इधर ...
"भईया, ई बंगाली दा के पान दुकान से एक ठो पान बंधवा लिए थे आपके लिए।" लुंगी और छींटदार हाफ शर्ट में सामने खड़े पक्कू दास को देखकर वीरेंद्र ओझा चौंक गया। "अरे, पक्कू आओ आओ... कैसे रास्ता भूले इधर ...