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ब्रम्हाण्ड की असीम शक्तियाँ तुझमें ही निहित है।

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सोंच मत ये इंसा , कि तु तो अभी पीड़ित है। एक बात तू भूल रहा है, की ब्रह्मांड की असीम शक्तियाँ, तुझमे ही निहित है। अगर ठान ले एक बार तू, तो तरी विजयी निश्चीत है, एक बात तु भूल रहा है, कि ब्रम्हाण्ड की ...

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लेखक के बारे में
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Sparsh Raj

मैं बलिष्ठ कुमार मिश्र पटना सिटी का रहने वाला हूँ ।मैं एक विद्याथी हूँ।और आप तमाम पढ़ने वालो को मेरा नमस्कार है। आप सभी के सामने प्रेरक और खुशहाल प्रषंगो को लेकर आता रहूँगा।

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