जग की मौसी, बिल्ली रानी होती है ये बड़ी सयानी। दबे पाँव घर में घुस जाती, देती है सबको हैरानी। दूध-मलाई चट कर जाती, करती है ना आना-कानी। चूहे इसका प्यारा भोजन, मारे डकार, पीये ना पानी। ...
जग की मौसी, बिल्ली रानी होती है ये बड़ी सयानी। दबे पाँव घर में घुस जाती, देती है सबको हैरानी। दूध-मलाई चट कर जाती, करती है ना आना-कानी। चूहे इसका प्यारा भोजन, मारे डकार, पीये ना पानी। ...