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भोर सुहानी

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"काकी सुबह का सपना सच होता है। आपने ही बताया बताया था ना। आज मैंनें खुद को सपनें में पुलिस वर्दी में देखा है। मैं वर्दी पहन आपके पैर छू रही हूं। अब भोर में देखा सपना ! अधूरा कैसे छोड़ दूं? चलो माँ ...