कहानी में उनकी जब से आये, कविता सारा भूल गए। भूल गए हम सारे किस्से, आएं जब से उनके हिस्से। जब से बने वो हकीकत में अपने, देखना भूल गए सारे सपने। हमदम बने वो जब से, दुनिया भूले हम तब से। भूल गए हम ...
कहानी में उनकी जब से आये, कविता सारा भूल गए। भूल गए हम सारे किस्से, आएं जब से उनके हिस्से। जब से बने वो हकीकत में अपने, देखना भूल गए सारे सपने। हमदम बने वो जब से, दुनिया भूले हम तब से। भूल गए हम ...