खुद के बारे में कहने के लिये अभी कुछ खास नहीं है।
गर आपने पसन्द किया हम आपके खासमखास होंगें।
मैं आपको दोस्त बना लूं और आप मेरे दोस्त बन जाये।
करीब आने के लिये सिर्फ दो-दो कदम ही तो चलना है।
सारांश
खुद के बारे में कहने के लिये अभी कुछ खास नहीं है।
गर आपने पसन्द किया हम आपके खासमखास होंगें।
मैं आपको दोस्त बना लूं और आप मेरे दोस्त बन जाये।
करीब आने के लिये सिर्फ दो-दो कदम ही तो चलना है।
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बधाई हो! भोजन भट्ट हास्य कविता अरुण कुमार अविनाश प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।