pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बेखबर

1

हम बेखबर हैं खबर तो वे रचते हैं रखते हैं जब-जब घोषणा करते हैं तब हम जाग जाते हैं कभी छुपते हैं कभी भागते हैं कभी तो हँसते भी हैं जी हाँ कभी लड़ते हैं बहाना बनाकर धमकियां देते हैं चुनौतियां दिखाते हैं ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
birkha khadka Duvarseli
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है