pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बेदर्द मौसम और तुम

5
39
प्रेममौसम

ये मौसम ने जो करवट बदली है लोगों की प्यास बढा दी है.. इसकी अदा भी तुझसे कम नही.. बेदर्द गर्म पड़े मौसम में अपनी दो बूंदे गिरा धरती की प्यास बढा जाती है जिनसे न तो तपिश मिटती है और न ही इसका तन्हापन.. ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Mayank Thakur
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है