ये मौसम ने जो करवट बदली है लोगों की प्यास बढा दी है.. इसकी अदा भी तुझसे कम नही.. बेदर्द गर्म पड़े मौसम में अपनी दो बूंदे गिरा धरती की प्यास बढा जाती है जिनसे न तो तपिश मिटती है और न ही इसका तन्हापन.. ...
ये मौसम ने जो करवट बदली है लोगों की प्यास बढा दी है.. इसकी अदा भी तुझसे कम नही.. बेदर्द गर्म पड़े मौसम में अपनी दो बूंदे गिरा धरती की प्यास बढा जाती है जिनसे न तो तपिश मिटती है और न ही इसका तन्हापन.. ...