pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

*बटुक भैरव कवच*

5
24

*बटुक भैरव कवच*  :-                 ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः । पातु मां बटुको देवो भैरवः सर्वकर्मसु ॥ पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा । ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Vinay Sinha

शून्य से शून्य तक की यात्रा का प्रयास करता हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyanka गर्ग
    24 जून 2022
    good
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyanka गर्ग
    24 जून 2022
    good