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बस दुआ में याद रखना!

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जा रहे हो... जरूरी है क्या...?  ...

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L. A. KARUNANIDHI

दफन हैं मेरी कितनी रौनकें मत पूछ मुझमें, उजड़ उजड़ कर जो बसता रहा वो शहर हूँ मैं...!

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