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बारिस-ऐ-काॅलेज

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लप्रेक

प्रकाश....तुम ने देखा......... क्या ?.......... यही कि.... आज का मौसम कितना रोमांटिक है न......... ऐसा न लग रहा...... जैसे ये मौसम बादलो से कुछ कहे रहा हो...... ओ...हो...लेकिन आज तो मुझे तुम भी इन ...

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लेखक के बारे में

छात्र , डॉ भीमराव अम्बेडकर काॅलेज ,दिल्ली विश्वविद्यालय

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