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बँटवारा

4.1
38012

सालों पहले एक गाँव में एक सैनिक रहता था. गजक नाम था उसका. बडा ही होनहार था. एक तीर से चार को मार घिराता था. उस वक्त में आदमी एक से अधिक पत्नी रख सकता था. तीन साल पहले गजक की उसके ही जाती की लड़की ...

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अज्ञात
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ranjeet Bhiralia
    05 नवम्बर 2018
    आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण और कड़वी सच्चाई! बहुत ही अच्छा लगा आपका लेख! (धन्यवाद आपका)
  • author
    AnshuPriya Agrawal
    05 मार्च 2020
    बहुत सुंदर कहानी कथावस्तु बहुत ही सार्थक, हर पात्र बहुत सजीवता से गढ़े गए हैं, मानों कोई चलचित्र चल रही हो, 🙏🙏 👌👌🙏💐 आपकी प्रशंसा के लिए और बधाई देने के लिये शब्दों की कमी महसूस कर रही हूँ ..... बहुत बढ़िया बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
  • author
    Roshani Kumari
    15 अप्रैल 2019
    bilkul sahi , aisa to aaj v hota aa rha h aur hmesa hota rhega. mahilaye sabkuch sah kr chupchap rhti h fir v unhe kuch hasil nhi hota. hamara Desh avi v pichra h.
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    Ranjeet Bhiralia
    05 नवम्बर 2018
    आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण और कड़वी सच्चाई! बहुत ही अच्छा लगा आपका लेख! (धन्यवाद आपका)
  • author
    AnshuPriya Agrawal
    05 मार्च 2020
    बहुत सुंदर कहानी कथावस्तु बहुत ही सार्थक, हर पात्र बहुत सजीवता से गढ़े गए हैं, मानों कोई चलचित्र चल रही हो, 🙏🙏 👌👌🙏💐 आपकी प्रशंसा के लिए और बधाई देने के लिये शब्दों की कमी महसूस कर रही हूँ ..... बहुत बढ़िया बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
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    Roshani Kumari
    15 अप्रैल 2019
    bilkul sahi , aisa to aaj v hota aa rha h aur hmesa hota rhega. mahilaye sabkuch sah kr chupchap rhti h fir v unhe kuch hasil nhi hota. hamara Desh avi v pichra h.