ये ज़ालिम ज़माना, हमे हमारे बाप की मिसाल देता है... पता नहीं आखिर वह हमे क्या समझता है.. उन्हें नहीं पता कि बेटा कभी बाप नहीं बन सकता है... फिर भी वह बेटे को ही बेटे का बाप समझता है... और इस ...
“संन्यास” का अर्थ है- “ मृत्यु के प्रति प्रेम ” - सन्यासी लेखक ✍️
साहित्य प्रकाशन -
1. शब्दों का माया जाल ( स्वप्रकाशीत किताब )
2. गुज़रे लम्हे
3. हुनर जिन्दगी का
4. पथीक का शब्द/ Words of wanderer
5. आखर
6. The first step
आदी किताबों मे हमारी रचनाएँ आपको पढ़ने को मिलेंगी।
सारांश
“संन्यास” का अर्थ है- “ मृत्यु के प्रति प्रेम ” - सन्यासी लेखक ✍️
साहित्य प्रकाशन -
1. शब्दों का माया जाल ( स्वप्रकाशीत किताब )
2. गुज़रे लम्हे
3. हुनर जिन्दगी का
4. पथीक का शब्द/ Words of wanderer
5. आखर
6. The first step
आदी किताबों मे हमारी रचनाएँ आपको पढ़ने को मिलेंगी।
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