ट्यूबवूल जंगल में बेशक था - - फिर भी कोई आ सकता है ! यही सोचकर 80 वर्षीय वृद्ध खजान सिंह - - अपनी पुरानी प्रीति को वासना की आग में झोंकने के लिए - - सुमित्रा देवी को साथ लेकर बाजरा के खेत में ...
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अतृप्त वासना (भाग 2)
Vijendra Singh
4.6
भाग 2 खजान सिंह की चिंता में सोचते सोचते जगदीश की ट्यूबवेल की कोठरी में आंख तो लग गई - - मगर भादों की गर्मी व मच्छरों के प्रकोप ने सोने नहीं दिया | मध्य ...
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