pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

आरती श्री रघुनंदन जी की।

11

।। आरती श्री रघुनंदन जी की।। आरती श्री रघुनंदन जी की , दुख भंजन श्री राम की। अवधपति, राघव सुखदायक दशरथनंदन राम की।। धूप दीप नैवैद्य समर्पित अर्पित है सुखधाम को। मैं मूरख ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Rajiv Chaturvedi

राजीव मनोज कुमार चतुर्वेदी। एसएससी 2005 sakti seva sangh md vidyalaya. dahisar । HSC 2007 maa bharti jr college bhyander . D.ed 2010 BMC DEd college. B.A First class. MA first class mumbai university. साहित्य एक्सप्रेस मासिक पत्रिका में लेखन, अभिमन्यु पत्रिका में लेखन, मंचो पर कविता गायन, चेतना पब्लिकेशन में लेखक और एडिटर।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है