मुट्ठी भर बीजों को बिखर कर देखो सुखी बंजर दिल की जमीन पर बारिश का आगाज हो रहा है ,, एक अपनेपन का अहसास फिर से नूतन पौधे का रूप लिए जीवन में पनप जाएगा ..!! (अपनेपन_का_अहसास) ...
मुट्ठी भर बीजों को बिखर कर देखो सुखी बंजर दिल की जमीन पर बारिश का आगाज हो रहा है ,, एक अपनेपन का अहसास फिर से नूतन पौधे का रूप लिए जीवन में पनप जाएगा ..!! (अपनेपन_का_अहसास) ...