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अपना हाथ जगन्नाथ

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मनुष्य मात्र का जन्म  इसलिए होता है कि वह अपने दोनो हाथ पैर  भरोसा रख्खे कि वह जिन्दगी में कभी किसी के आगे हाथ न फैलाये,बल्कि अपने मेहनत और हुबत पर भरोसा  रख्खे । एक कहावत भी है कि, अपना हाथ जगन्नाथ ...

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Ashok Mishra

महात्मा गाँधी काशीविदया पीठ एम ए डी एम एस ए एन डी दिल्ली

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