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अपना आराम

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4.6

आज फिर सुबह से अनुजा का बड़बड़ाना जारी था। काम करते हुए हाथों को मशीनों की तरह चला रही थी। लेकिन कमर दर्द से हालत खराब थी। पैर भी साथ देने से इंकार कर रहे थे। इसी वजह से गुस्सा और बढ़ता जा रहा ...