बहुत रोई थी उस दिन मेरी संवेदना जब मेरी माँ ने मेरी होने वाली बहन को उसके जन्म लेने से पहले ही अपने गर्भाश्य की छोटी सी दुनिया से निकाल चिर् स्थाई नींद में सुला दिया था । मैं सपने संजोये बैठी थी उस ...
बहुत रोई थी उस दिन मेरी संवेदना जब मेरी माँ ने मेरी होने वाली बहन को उसके जन्म लेने से पहले ही अपने गर्भाश्य की छोटी सी दुनिया से निकाल चिर् स्थाई नींद में सुला दिया था । मैं सपने संजोये बैठी थी उस ...