कोई अनजान शख्स इस कदर अपना हो गया, उसको सवारते - सवारते मैं खुद फना हो गया उम्र भर मिन्नते की सपनों को हकीकत में बदलने की, पर यहां तो हकीकत ही एक खूबसूरत सपना हो गया। रिया पंडित ✍️ ...
कोई अनजान शख्स इस कदर अपना हो गया, उसको सवारते - सवारते मैं खुद फना हो गया उम्र भर मिन्नते की सपनों को हकीकत में बदलने की, पर यहां तो हकीकत ही एक खूबसूरत सपना हो गया। रिया पंडित ✍️ ...