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अनेकता में एकता।

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अनेकता में एकता की, हो हर हृदय भावना, संस्कृति संस्कार सार की, मन मन रहे कामना। सत्य अहिंसा प्यार का, भाव मन प्रसार हो, संगठन में ही शक्ति है, विघटन करें स्वीकार ना।। ...