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अँधेरे तारे..

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4.5

वो बीच बात में... हर बात खत्म हो जाना... वो बीच सफ़र में... मेरा हाथ छोड़ जाना... वो जान देकर भी... रूठे को ना मना पाना... उस उजड़े दिल... अधूरे ख्वाबों ने.. बड़ा सताया है... लेकिन कौन यहाँ... अपने तारों ...