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अंबा स्तुति (चौपाई अर्थ सहित)

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श्री जगदम्बा चरन रति मोरे, अनुदिन बढ़ेउ अनुग्रह तोरे। जेहि विधि मातु होहिं मोरा, करहुं सो बेगि दास मैं तोरा।। अर्थात्  मेरा मन मां दुर्गा के चरणों में सदैव लगा रहता है, इसके साथ ही ...

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shobhit raj

भावनाओं को शब्दों में पिरोता हूँ बस

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