................ 🖊️🖊️👽 मेरे लिखें ग़जल को पढ़ कर तुम गुनगुनाओगी क्या ......... अल्फाज़ से श्रृंगार करूँगा मैं तुम यूँही मुस्कुराओगी क्या ....... मेरे आँगन में अमावस की रात होगी पूनम की चाँद बनके ...
................ 🖊️🖊️👽 मेरे लिखें ग़जल को पढ़ कर तुम गुनगुनाओगी क्या ......... अल्फाज़ से श्रृंगार करूँगा मैं तुम यूँही मुस्कुराओगी क्या ....... मेरे आँगन में अमावस की रात होगी पूनम की चाँद बनके ...