अहो भाग्य हमारे, रहो भाग्य हमारे। छोड़ा है जबसे बंसी बजाना, हुये नहीं तबसे दर्शन तुम्हारे। कहते हैं सब, तुम हो राधा को प्यारे, वो कबसे निहारे, बैठ जमुना किनारे। छोड़ा है जबसे बंसी बजाना, हुये नहीं तबसे ...
अहो भाग्य हमारे, रहो भाग्य हमारे। छोड़ा है जबसे बंसी बजाना, हुये नहीं तबसे दर्शन तुम्हारे। कहते हैं सब, तुम हो राधा को प्यारे, वो कबसे निहारे, बैठ जमुना किनारे। छोड़ा है जबसे बंसी बजाना, हुये नहीं तबसे ...