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अग्नि पुराण

3.2
605

जंगल की अाग अग्नि पुराण से ज्यादा पुराण है आग ही नहीं होती तो अग्नि पुराण कहाँ होता न कोई बिल्डिंग या मकान होता मार्कण्डेय पुराण बाचते है तो हवन में अग्नि होती है श्रीमद् भागवत पुराण नहीं होता समस्त ...

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लेखक के बारे में
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अरुण शीतांश

जन्म ०२.११.१९७२ शिक्षा -एम ए ( भूगोल व हिन्दी) एम लिब सांईस एल एल बी पी एच डी कविता संग्रह १ एक ऐसी दुनिया की तलाश में (वाणी प्र न दिल्ली) २ हर मिनट एक घटना है (बोधि प्र जयपुर) आलोचना ३ शब्द साक्षी हैं (यश पब्लि न दिल्ली) ४ संपादन वाली पुस्तकें पंचदीप (बोधि प्र ) ५. युवा कविता का जनतंत्र ( साहित्य संस्थान गाजियाबाद ) पत्रिका देशज नामक पत्रिका का संपादन संप्रति शिक्षण संस्थान में कार्यरत

समीक्षा
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  • author
    Dr Govind Pandey
    17 मार्च 2019
    एकदम बेकार और बकवास चीजो को संजो कर कविता के रूप में प्रस्तुत करने में आप माहिर है जी । इससे बेकार और महा वाहियात रचना अभी तक प्रतिलिपि पर नही मिली जी । लिखते ही काहे हो जी ? ?
  • author
    asha pandey
    14 अक्टूबर 2015
    saare puran aa gaye is agnipuran mein bdhai 
  • author
    जाह्नवी सुमन
    15 अक्टूबर 2015
    vaah! agni si dhdhakti kavita, sir.
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    Dr Govind Pandey
    17 मार्च 2019
    एकदम बेकार और बकवास चीजो को संजो कर कविता के रूप में प्रस्तुत करने में आप माहिर है जी । इससे बेकार और महा वाहियात रचना अभी तक प्रतिलिपि पर नही मिली जी । लिखते ही काहे हो जी ? ?
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    asha pandey
    14 अक्टूबर 2015
    saare puran aa gaye is agnipuran mein bdhai 
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    जाह्नवी सुमन
    15 अक्टूबर 2015
    vaah! agni si dhdhakti kavita, sir.