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अग्नि पंख

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अग्निपंख मुझको मिल जाए, देश की खातिर काम करूँ, तिलक लगाकर माथे पे नित, इस माटी का नाम करूँ! और बना कर कई मिसाइल, मैं भी बन जाऊँ कलाम सा, अग्नि वीर बन काम करूँ वो, मातृभूमि का बढ़े नाम सा। ...

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pawan bhatt

सहज और सरल ।

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