तुमको देखा तो, हुआ ये यक़ीन, ख़ुदा ने ही बनाया है, ये जहांन और ये ज़मीन, कैसे बना दिया, तुमको इतना हसीन, कैसे तारीफ़ करूँ, आफ़रीन आफ़रीन, तुम्हारी आखें है, जैसे इक हो नगींन, देख कर रूह, हो जाती ...
तुमको देखा तो, हुआ ये यक़ीन, ख़ुदा ने ही बनाया है, ये जहांन और ये ज़मीन, कैसे बना दिया, तुमको इतना हसीन, कैसे तारीफ़ करूँ, आफ़रीन आफ़रीन, तुम्हारी आखें है, जैसे इक हो नगींन, देख कर रूह, हो जाती ...