अदरक की चाय!! विधा -- छंदमुक्त (स्वतंत्र सपने सिरहाने वो रख जाती है मीठी नीदों से मुझे यूं जगाती है मेरी पलकों पे ख्वाब नचाती है पिया जी तेरी अदरक की चाय!! गर्म प्याले में प्रीत छलकाती है जायके का ...
अदरक की चाय!! विधा -- छंदमुक्त (स्वतंत्र सपने सिरहाने वो रख जाती है मीठी नीदों से मुझे यूं जगाती है मेरी पलकों पे ख्वाब नचाती है पिया जी तेरी अदरक की चाय!! गर्म प्याले में प्रीत छलकाती है जायके का ...