अपनी सभ्यता, सुरम्यता और जीवंतता के लिए विश्व फलक पर मशहूर लंदन आने वाले पर्यटकों की संख्या किसी काल समय की मुहताज नहीं है. भारत से भी यहाँ वर्ष पर्यन्त पर्यटकों की अच्छी खासी तादाद देखी जा सकती है. हर पर्यटक का किसी स्थान के प्रति अपना नजरिया होता है तो कुछ पूर्वाग्रह भी होता होगा. ऐसे में ही कोई बाहर से कुछ दिन यहाँ आकर, घूम कर कहे कि यहाँ के मूल निवासियों के दिल में बाहर से आये समुदायों के लिए नफरत है तो इसे सिवाय पूर्वाग्रह या अनुभवहीनता के और क्या कहा जा सकता है. न ही यायावरी उन लोगों के ...

