आज समय काफी बदल गया है। लोग अपने को पढ़ा लिखा, आधुनिक विचारधारा का समझते हैं। आधे- अधूरे कपड़े पहनना ,पार्टी करना, नशा करना, इसी को आधुनिकता की परिभाषा समझते हैं। पर सोच वही पुरानी रूढ़िवादी, सिर्फ ...
मैं कोई बड़ी लेखिका नहीं हूँ अपने जीवन के अनुभवों को अपनी लेखनी के माध्यम से आपलोगों के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहीं हूँ अगर अच्छा लगे तो हौसला बढ़ाये जिससे मैं और अच्छा लिख पाऊँ और अगर कुछ गलत लगे तो उसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हुँ।
सारांश
मैं कोई बड़ी लेखिका नहीं हूँ अपने जीवन के अनुभवों को अपनी लेखनी के माध्यम से आपलोगों के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहीं हूँ अगर अच्छा लगे तो हौसला बढ़ाये जिससे मैं और अच्छा लिख पाऊँ और अगर कुछ गलत लगे तो उसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हुँ।
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बधाई हो! आधुनिक रूढ़िवादी विचारधारा प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।