: जो प्रवेश करने के बाद निकले ही न। चारों तरफ से जो घुसता तो है परंतु जिसके निकलने का कोई मार्ग नहीं है। अविद्या अस्मिता राग द्वेष अभिनिवेशा: पंच क्लेशा:। यही पांच क्लेश हैं जीवन के। क्लेश ...
: जो प्रवेश करने के बाद निकले ही न। चारों तरफ से जो घुसता तो है परंतु जिसके निकलने का कोई मार्ग नहीं है। अविद्या अस्मिता राग द्वेष अभिनिवेशा: पंच क्लेशा:। यही पांच क्लेश हैं जीवन के। क्लेश ...