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अब मैं शायद जाना चाहता हूं...

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कटीले तारों पर हाथ की हथेलियों को उस पर उभेरता मैं एक गुमनाम शख्स हू... अकेला बैठे रहना पसंद करता हूं हर वक्त मैं एक खामोशियों की परछाई के साथ रहने वाला शख्स हूं अंतर्मन की पूरी करने में अपने आप ...