अब जीने का, मन नहीं करता है l आस पास जो, अपने देखा, हर रिश्तो को, टूटते देखा l भूखे नंगे पिंजर देखे, देखा अधर्म का , बोलबाला देखा l अब जीने का, मन नहीं करता l सत्य को घूटते देखा, सडते ...
अब जीने का, मन नहीं करता है l आस पास जो, अपने देखा, हर रिश्तो को, टूटते देखा l भूखे नंगे पिंजर देखे, देखा अधर्म का , बोलबाला देखा l अब जीने का, मन नहीं करता l सत्य को घूटते देखा, सडते ...