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अब हार चुके तो बचा क्या?

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अब हार चुके तो बचा क्या, फिर से एक नहीं कोशिश को उठा। गलती गलती कर करके, जो सीखा वह सबको बता। अपने रास्ते को कठिन बना, खुद को चुनौतियों से आगे बढ़ा। माना पहले तू हारा था, एक बार हार गया तो क्या? जीवन ...

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लेखक के बारे में
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Anupama Arya

This is Anupama Arya from Agra Uttar Pradesh. From the age of 25 , I love inking up my thoughts in the form of Shayari , poetry , article and short stories. I hope my write-ups touch more and more hearts.

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