आया होगा सावन,,, बादल छाए होंगे, धरती ने हरी चादर ओढ़ ली होगी, पपीहे ने राग सुनाया होगा,,,, झूले पड़ गए होंगे बाग में,,, गोरी पर यौवन छाया होगा, तुझे मेरी याद आई होगी, और तुमने मेरी याद में कुछ ...
आया होगा सावन,,, बादल छाए होंगे, धरती ने हरी चादर ओढ़ ली होगी, पपीहे ने राग सुनाया होगा,,,, झूले पड़ गए होंगे बाग में,,, गोरी पर यौवन छाया होगा, तुझे मेरी याद आई होगी, और तुमने मेरी याद में कुछ ...